पलामू: वाराणसी से गिरफ्तार हुआ टीएसपीसी का सबजोनल कमांडर नगीना सिंह, झारखंड सरकार ने रखा था 5 लाख का इनाम
पलामू: उत्तर प्रदेश एटीएस (ATS) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए टीएसपीसी (तृतीय प्रस्तुति समिति) का सबजोनल कमांडर नगीना सिंह को वाराणसी से गिरफ्तार कर लिया। नगीना उर्फ नगीना जी उर्फ उमेश सिंह खेरवार उर्फ डॉक्टर पर झारखंड सरकार ने 5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।

पलामू, चतरा और गढ़वा में 31 नक्सली घटनाओं का आरोपी

पलामू की एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि नगीना सिंह पर पलामू, चतरा और गढ़वा जिलों में कुल 31 नक्सली घटनाओं में शामिल होने का आरोप है। इनमें पलामू के नौडीहा बाजार (4), तरहसी (2), नवाजयपुर (5), छतरपुर (5), मनातू (4), पड़वा (1), चतरा के कुंदा (8), प्रतापपुर (1) और गढ़वा के धुरकी (1) घटना शामिल है।

मनातू मुठभेड़ के बाद हुआ था फरार

14 सितंबर को पलामू जिले के मनातू के जंगलों में सुरक्षाबलों और उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इसमें संगठन का एक और 5 लाख का इनामी नक्सली मुखदेव यादव मारा गया, जबकि नगीना मौके से फरार हो गया था।
बताया जा रहा है कि पुलिस के बढ़ते दबाव के कारण नगीना उत्तर प्रदेश में अपने रिश्तेदार के पास छिपने गया था।

कैसे हुई गिरफ्तारी?

यूपी एटीएस को पहले से सूचना थी कि टीएसपीसी उग्रवादी उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे हैं। इसी आधार पर टीम ने निगरानी शुरू की और वाराणसी में घेराबंदी कर नगीना को पकड़ लिया।
गिरफ्तारी के समय वह बाइक पर अपने एक साथी के साथ था, लेकिन उसका साथी मौके से फरार हो गया।

शशिकांत का करीबी माना जाता है नगीना


पुलिस सूत्रों के अनुसार, नगीना सिंह को टीएसपीसी सुप्रीमो शशिकांत का करीबी माना जाता है। उसने पलामू और आसपास के क्षेत्रों में कई बड़ी नक्सली वारदातों को अंजाम दिया है।
3 सितंबर को पलामू जिले के मनातू के केदल में हुई मुठभेड़ में भी नगीना शामिल था, जिसमें दो जवान शहीद हो गए थे।

अब होगी कड़ी पूछताछ

पलामू पुलिस जल्द ही नगीना सिंह को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी, ताकि गिरोह के अन्य सदस्यों और भविष्य की योजनाओं के बारे में जानकारी मिल सके।


















