गढ़वा में सरकारी राशन घोटाले पर एक्शन, ससुराल से गोदाम प्रभारी अरेस्ट, गिरफ़्तारी की दूसरी कारवाई
गढ़वा जिले में सरकारी खाद्यान्न गबन के दो बड़े मामलों में पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए दो जनसेवकों को गिरफ्तार किया है।

एक मामला केतार प्रखंड से जुड़ा है, जहां से 9003 क्विंटल राशन गायब मिला, वहीं दूसरा मामला मेराल एफसीआई गोदाम का है, जहां 2765 क्विंटल खाद्यान्न का गबन किया गया था।

केतार गोदाम मामला : ससुराल से गिरफ्तार हुआ जनसेवक राजीव कुमार

9003 क्विंटल खाद्यान्न गबन के आरोपी जनसेवक सह सहायक गोदाम प्रबंधक राजीव कुमार को पुलिस ने छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के वाड्राफनगर से गिरफ्तार किया।

केतार थाना प्रभारी अरुण कुमार रवानी के नेतृत्व में हुई कार्रवाई में आरोपी को उसके ससुराल से दबोचा गया।

गढ़वा डीएसओ की जांच में गोदाम से 9003 क्विंटल राशन गायब मिला था।

मामले में गढ़वा डीसी दिनेश कुमार यादव ने आरोपी को निलंबित कर दिया था और 11 अक्टूबर को सीओ प्रशांत कुमार की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

पुलिस ने तकनीकी सेल की मदद से लोकेशन ट्रेस कर आरोपी को पकड़ लिया।


मेराल गोदाम मामला : 94 लाख का अनाज गबन, जनसेवक दीपक चंचल गिरफ्तार

गढ़वा पुलिस ने मेराल एफसीआई गोदाम से 2765.84 क्विंटल खाद्यान्न गबन के आरोपी जनसेवक दीपक कुमार चंचल को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया

थाना प्रभारी विष्णु कांत ने बताया कि आरोपी को गढ़वा के जोबरइया स्थित उसके आवास से पकड़ा गया।


इस मामले में मेराल अंचल अधिकारी यशवंत नायक ने 4 मार्च को प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
खाद्यान्न की कीमत लगभग 94 लाख रुपये आंकी गई है। गढ़वा विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी ने यह मुद्दा विधानसभा में उठाया था,
जिसके बाद तत्कालीन डीसी शेखर जमुआर ने जांच का आदेश दिया था।
जांच में सरकारी गोदाम से अनाज गायब होने की पुष्टि हुई थी।
मेराल एफसीआई गोदाम से 2765 क्विंटल खाद्यान्न गबन का मामला: जनसेवक दीपक चंचल गिरफ्तार
















