रंका के बाद गढ़वा के इस प्रखंड में गिरी गाज, उपायुक्त ने रोजगार सेवक को किया बर्खास्त, पंचायत सचिव निलंबित
गढ़वा जिले के रंका प्रखंड के तमगेकला में मनरेगा की गाय शेड योजना में गड़बड़ी के मामले पर मुखिया की वित्तीय शक्ति जप्त करने के बाद मझिआंव प्रखंड में बड़ी कारवाई की है. सोनपुरवा पंचायत में मनरेगा योजना में बड़े पैमाने पर अनियमितता की पुष्टि के बाद उपायुक्त दिनेश कुमार यादव ने सख्त कार्रवाई की है।
रोजगार सेवक भिखारी राम को बर्खास्त कर दिया गया है।
जनसेवक सह प्रभारी पंचायत सचिव श्रीकांत उपाध्याय को निलंबित कर रंका प्रखंड मुख्यालय स्थानांतरित किया गया है।
निलंबन अवधि में उन्हें मूल वेतन का आधा जीवन यापन भत्ता मिलेगा।
पंचायत के मुखिया अख्तर खान को कड़ी चेतावनी देते हुए अपनी कार्यशैली में सुधार लाने का निर्देश दिया गया है।
सोनपुरवा गांव निवासी आजाद अहमद सिद्दीकी ने उपायुक्त को शिकायत दी थी कि उनके और उनकी पत्नी वारिसा खान के नाम से फर्जी जॉब कार्ड बनाकर मनरेगा योजना की राशि निकाली जा रही है। जबकि दोनों न तो मनरेगा मजदूरी करते हैं और न ही योजना से जुड़े हुए हैं।
जांच में यह आरोप सही पाए गए। रिपोर्ट के मुताबिक, आजाद अहमद और उनकी पत्नी के नाम से मास्टर रोल निर्गत कर फर्जी हस्ताक्षर के माध्यम से राशि की निकासी की गई थी।
इसके बाद उपायुक्त ने तीनों पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा। लेकिन जवाब असंतोषजनक पाए जाने पर यह कार्रवाई की गई।
