गढ़वा: रमकंडा प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में इन दिनों मनरेगा की बिरसा सिंचाई कूप, बिरसा हरित आम बागवानी, टीसीबी व मेड़बंदी जैसी योजनाओं में फर्जी डिमांड के आधार पर कागजों पर मजदूरों के काम करने की पुष्टि हो गयी. मनरेगा से जुड़े प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, कनीय अभियंता व विभिन्न पंचायतों के रोजगार सेवक की जांच में 27 योजनाओं में फर्जी डिमांड की पुष्टि हुई है. इस तरह जांच में कागजों पर चल रहे 27 योजनाओं का मस्टर रोल जीरो कर दिया गया. वहीं मस्टर रोल जीरो होते ही इन योजनाओं में मजदूरी मद की राशि का भुगतान स्वतः रुक गया.
इन योजनाओं में कागजों पर काम कर रहे थे मजदूर
रिपोर्ट के अनुसार अधिकारियों की जांच में बलिगढ़ पंचायत के गोबरदाहा में जोकवा टांड़ में टीसीबी, राजमुनि सिंह के खेत में कूप, मिडिल स्कूल व मिशन स्कूल में पोटो खेल मैदान निर्माण योजनाओं में फर्जी डिमांड कर कागजों पर मजदूरों के काम करने की पुष्टि हुई. इसी तरह बिराजपुर पंचायत के होमिया में सुनील लकड़ा व दुर्जन में बबिता देवी के खेत में टीसीबी निर्माण, चेटे पंचायत के पटसर में अवधेश यादव, मोहन यादव, रामजीत परहिया, बिरजू भुइयां व रेणुडीह में विजय यादव के खेत में बिरसा सिंचाई कूप, हरहे पंचायत के हरहे में सुनील प्रसाद व कसमार में आशा देवी के खेत में टीसीबी निर्माण में फर्जी डिमांड के आधार पर मस्टर रोल जीरो किया गया. इसी तरह रमकंडा पंचायत में आसन बारी, गरज बारी व महुआटांड़ में टीसीबी निर्माण व रकसी पंचायत में मुरली में संदीप सिंह, अमर सिंह, रकसी में जोजो यादव, पछिया देवी, अमेरिका कोरवा के खेत में टीसीबी निर्माण व चार प्रधानमंत्री आवास योजना व दाहो में सोमू केशरी के खेत में आम बागवानी में कागजों पर मजदूरों के काम करने की पुष्टि के आधार पर मस्टर रोल जीरो कर दिया गया.
घटने लगे फर्जी मजदूर
अनियमितता से संबंधित मामला सामने आने के बाद रमकंडा प्रखंड में फर्जी डिमांड के आधार पर कागजों पर काम करने वाले फर्जी मजदूरों की संख्या घटने लगी. रिपोर्ट के अनुसार 17 जनवरी को सात पंचायतों में महज 51 योजनाओं में 425 मजदूरों को काम उपलब्ध कराया गया है. जबकी इससे पहले इस प्रखंड में करीब 1500 मजदूरों को प्रत्येक दिन योजनाओं में काम दिया जाना रिपोर्ट में दिखाया जाता था.
