केतार :चैत्र नवरात्रि के अवसर पर मां चतुर्भुजी के दर्शन के लिये दूर- दराज से हजारों लोग पहुंचते हैं. यहां कई दशकों से श्रद्धालु बाजार होते मुख्य सड़क से मंदिर जाते हैं. परंतु पिछले एक दशक से इस रास्ते के दोनों और बने घरों के नाली का पानी सड़कों पर बहाया जा रहा है. जिसके कारण अब स्थानीय एवं बाहर से आने वाले श्रद्धालु भी मुख्य रास्ते को छोड़कर दूसरे रास्ते से मंदिर जाने को विवश हैं. इसके कारण एक ओर केतार बाजार के व्यवसाय प्रभावित होता हैं. वही दूसरी ओर सड़कों पर नाली का पानी बदस्तूर बहाये जाने से बाजार की खूबसूरती खराब होती जा रही है. इसको लेकर विभिन्न त्योहारों के अवसर पर समय-समय पर प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों के द्वारा बार-बार उक्त घर के लोगों से नाली का पानी नहीं बहाये जाने का आग्रहकिया जाता है. परंतु इसका कोई असर यहां के लोगों पर नहीं पड़ता है. ताजा मामला सोमवार का है. जहां नवरात्र के शुरू होने के पूर्व ही पुलिस इंस्पेक्टर, प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं थाना प्रभारी के द्वारा संयुक्त रुप से उक्त घरों के लोगों के घर-घर जाकर उनसे नाली की पानी सड़कों पर नहीं बहाने की चेतावनी दी गई थी. परंतु पुनः मंगलवार को नाली का पानी सड़कों पर दिन भर बहते रहा. इससे श्रद्धालुओं के साथ-साथ राहगीरों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.











