गढ़वा: जाको राखे साइयां मार सके न कोय: वज्रपात से पिता की मौत, गोद में बैठे 9 माह के बेटे की बच गई जान
गढ़वा (केतार प्रखंड): मंगलवार को गढ़वा जिले में वह कहावत सच साबित हो गई – “जाको राखे साइयां मार सके न कोय”।
केतार प्रखंड के बांसडीह खूर्द गांव में वज्रपात की चपेट में आने से 32 वर्षीय पिंटू साह की मौके पर ही मौत हो गई। लेकिन उनकी गोद में बैठा 9 माह का बच्चा चमत्कारिक रूप से सुरक्षित बच गया।

कैसे हुआ हादसा?

मंगलवार की शाम रिमझिम बारिश के बीच पिंटू साह अपने खेत के पास अन्य किसानों के साथ खड़े थे। गोद में बच्चा भी था। इसी दौरान अचानक आसमान से बिजली गिरी और वह इसकी चपेट में आ गए। वज्रपात से पिंटू साह की मौत हो गई जबकि किसान ज्ञानी साह गंभीर रूप से घायल हो गए।

चमत्कार से बचा मासूम

वज्रपात के झटके से पिंटू साह की गोद से बच्चा जमीन पर गिर गया। इस दौरान उसके कान में चोट आई, लेकिन वह मौत के मुंह से बाहर निकल आया। बच्चा बाल-बाल बच जाने को गांववाले ईश्वर का चमत्कार मान रहे हैं।

अस्पताल ले जाने पर मृत घोषित

घटना के बाद ग्रामीणों ने पिंटू साह को आनन-फानन में भवनाथपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

गांव में मातम


अचानक हुई इस घटना से गांव में शोक का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि बारिश के दौरान कई किसान खेत में मौजूद थे तभी यह हादसा हुआ।

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