Garhwa News: बगैर जेई के मिट्टियुक्त बालू से 2.5 करोड़ के पुल ढलाई की थी तैयारी, ग्रामीणों ने बंद कराया काम, निर्माण स्थल पर मिला लोकल कंपनी का छड़
रमकंडा: मुख्यमंत्री ग्राम सेतु योजना के तहत ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल गढ़वा की ओर से कुशवार गांव स्थित सड़काही नदी में 2.5 करोड़ की लागत से पुल बन रहा है. गुरुवार को निर्माण कार्य में कनीय अभियंता पंकज कुमार की अनुपस्थिति में मिट्टियुक्त बालू व एक्सपायरी सीमेंट से ढलाई कार्य शुरू करने की तैयारी पूरी थी. मिक्सचर मशीन लगाकर मेटेरियल तैयार किया जा रहा था. इसी बीच मिट्टियुक्त बालू से काम शुरू होता देख भाजपा नेताओ के नेतृत्व में स्थानीय ग्रामीणों ने निर्माण कार्य बंद करा दिया. वहीं विभागीय अधिकारियों से निर्माण सामग्रियों की गुणवत्ता की जांच के बाद ही काम शुरू करने की चेतावनी दी. प्रखंड प्रमुख पति नंदलाल राम, मंडल अध्यक्ष राजकुमार विश्वकर्मा, भाजयुमो अध्यक्ष जयप्रकाश यादव, प्रेमनाथ यादव सहित अन्य ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि निर्माण स्थल पर मिट्टियुक्त बालू से पुल की ढलाई किये जाने की तैयारी थी. इसके अलावे इसी तरह के बालू से गार्डवाल का भी काम हो रहा है. आरोप है कि कनीय अभियंता पंकज कुमार व संवेदक की मिलीभगत से निर्माण कार्य में अनियमितता बरती जा रही है. ग्रामीणों ने बताया कि निर्माण कार्य में जेई कभी नही आते हैं. इसलिए यहां संवेदक की मनमानी से इस तरह का घटिया काम हो रहा है. मुंशी ने भी ग्रामीणों के समक्ष बालू की गुणवत्ता खराब होने की बात स्वीकार की. वहीं बेहतर बालू मंगाने का आश्वशन दिया.
एक्सपायरी सीमेंट व लोकल छड़ से काम होने का आरोपर
ग्रामीणों ने बताया कि पुल निर्माण में बगैर उत्पादन तिथि अंकित सीमेंट का उपयोग किया जा रहा है. इसके अलावे लोकल कंपनी मारुति का छड़ निर्माण स्थल पर पाया गया. मजदूरों ने बताया कि कुछ मारुति कंपनी का 12 एमएम का छड़ भी पुल निर्माण में लगाया गया है. हालांकि मोटे छड़ के रूप में टाटा कंपनी का छड़ निर्माण स्थल पर मिला. बताया कि जेई की लापरवाही व मिलीभगत से ही गुणवत्तापूर्ण काम नही हो रहा है. बताया कि जब तक जेई की ओर से
निर्माण सामग्रियों की जांच कर इसमें सुधार नही किया जायेगा. तब तक निर्माण कार्य(ढलाई) का काम शुरू नही होने दिया जायेगा.
मिलीभगत का आरोप गलत, मिट्टियुक्त बालू से नही होगा काम: कनीय अभियंता
इस संबंध में पूछे जाने पर कनीय अभियंता पंकज कुमार ने मिलीभगत व निर्माण स्थल पर नही आने के आरोपों को गलत बताया. वहीं कहा कि मिट्टियुक्त बालू से काम होने की जानकारी उन्हें भी मिली थी. जिसे तत्काल ढलाई को रोक दिया गया. कहा कि बेहतर बालू के बाद ही काम शुरू होगा.
