Garhwa News: पहले माता पिता की मौत से टूटा दुःखों का पहाड़, राशन नही मिलने पर घर छोड़कर भागी बड़ी बहन, तो नाबालिग बहने भिक्षा मांगने पर हुई मजबूर
गांव के 45 लाभुकों ने राशन नही मिलने की शिकायत की, जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने मामले पर लिया संज्ञान
नाबालिग बहनों के पास है उनका राशन कार्ड, लेकिन डीलर साल भर से नही दे रहा राशन,
संतोष वर्मा, भंडरिया
पहले माता पिता का साया सर से उठ गया. फिर राशन नही मिलने और दो छोटी बहनों का बोझ ढोने में असमर्थ होकर बड़ी बहन भी घर छोड़कर चली गयी. तो नाबालिग बहनों पर दुःखों का पहाड़ टूट गया. वहीं पेट पालने के लिये आज दो बहनें भिक्षा मांगकर जीवन गुजारा कर रही है. यह कहानी है गढ़वा जिले के आदिवासी बहुल भंडरिया प्रखंड के बिजका गांव के दो बहनों की. जानकारी के अनुसार बिजका गांव के दीपनारायण सिंह व उसकी पत्नी लाखो देवी की करीब चार माह पहले मौत हो गयी. मौत के बाद इनके तीन बच्चों पर दुःखों का पहाड़ टूट गया. साल भर से राशन डीलर जंगी सिंह की ओर से उन्हें राशन नही दिये जाने से इन बहनों की स्थिति और भी चिंताजनक हो गयी. ऐसे में अपने दो छोटी बहन(नाबालिग) को छोड़ कर चली गयी. इधर राशन नही मिलने और बड़ी बहन(नाबालिग) के भी छोड़कर जाने के बाद दोनों छोटी बहने आज गांव में भिक्षा मांगकर जीवन गुजार जा रही है. ग्रामीण बताते हैं कि राशन नही मिलने की शिकायत भंडरिया के आपूर्ति पदाधिकारी और बीडीओ से भी की गयी. लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी इस मामले पर कोई कार्रवाई नही हुई.
इस तरह हुआ मामले का खुलासा
दरअसल पिछले दिनों बिजका गांव में जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से कैम्प लगाया गया. जहां लोगों को विभिन्न योजनाओं सहित उनके हक अधिकार से संबंधित मामलों की जानकारी दी जा रही थी. इसी दौरान गांव के 45 राशन लाभुकों ने जनवरी से दिसंबर महीने तक का राशन नही मिलने की शिकायत की. शिकायत के बाद जब इसकी जांच शुरू हुई. तब राशन कार्ड(202006202973)होने के बावजूद राशन नही मिलने के कारण भिक्षा मांगकर जीवन यापन कर रही दो अनाथ बच्चियों की दर्द भरी कहानी का खुलासा हुआ. इस तरह मामला सामने आने के बाद जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने इस पर संज्ञान लिया. वहीं प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसे भुखमरी और सरकारी योजनाओं की अनदेखी का मामला बताया है. प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष नलिम कुमार और सचिव श्री रवि चौधरी के निर्देश पर
राशन वितरण में हुई अनियमितताओं की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के अलावे अनाथ बच्चियों के लिए तत्काल सहायता और पुनर्वास की व्यवस्था करने की अपील संबंधित अधिकारियों से की गई है. इसके साथ ही प्रभावित परिवारों को उनके अधिकारों के तहत राशन और अन्य लाभ तत्काल उपलब्ध कराने की बात कही गयी है.
ग्रामीणों को उनके अधिकारों की मिली जानकारी
बिजका गांव में आयोजित जिला विधिक सेवा प्राधिकार के शिविर में
गांव के पीड़ितों को बाल मजदूरी, बाल विवाह, राशन, पेंशन, और सरकारी योजनाओं के तहत उनके अधिकारों की जानकारी दी गई.
बच्चियों के लिए स्पॉन्सरशिप और फोस्टर केयर योजनाओं की जानकारी प्रदान की गई. इसके साथ ही लाभुकों को उनकी शिकायतें दर्ज कराने, उनके अधिकारों को समझने, और उन्हें कानूनी सहायता उपलब्ध कराने की दिशा में प्रयास किए गये. इस मामले में पीएलवी (पैरा लीगल वॉलंटियर्स) कलामुद्दीन अंसारी और लाजरुस तिर्की ने सक्रिय भूमिका निभाई.
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