गढ़वा पुलिस को मिली सायरन बाइक की सौगात, दुर्गम रास्तों पर भी अब मिनटों में पहुंचेगी पुलिस, अपराध और नक्सल गतिविधियों पर लगेगी लगाम
गढ़वा: जिले में अपराध नियंत्रण और ग्रामीण इलाकों में त्वरित पुलिसिंग को नई दिशा देने के लिए गढ़वा पुलिस को एक बड़ी सौगात मिली है. अब गढ़वा जिले के थानों में ऐसी मोटरसाइकिलें उपलब्ध कराई गई हैं, जिन पर सायरन लगा है. इन बाइकों की मदद से पुलिस जवान उन इलाकों तक आसानी से पहुंच सकेंगे, जहां अब तक चारपहिया वाहन नहीं पहुंच पाते थे.

उल्लेखनीय है की गढ़वा जिले के कई प्रखंडों और गांवों में सड़क सुविधा न होने के कारण पुलिस की गश्त और अभियान प्रभावित होते रहे हैं. बरसात में यह चुनौती और भी बढ़ जाती है. लेकिन अब सायरन बाइक से पुलिस जवान दुर्गम इलाकों में तुरंत पहुंचकर छापेमारी, नक्सल विरोधी अभियान और विधि व्यवस्था को सुदृढ़ करेंगे. यह बाइक ग्रामीणों की शिकायतों और आपात स्थितियों में पुलिस की सबसे बड़ी साथी बनेगी.

इन थानों को मिली बाइक

रक्षित परिवहन पुलिस मुख्यालय की ओर से गढ़वा जिले को कुल 30 नई पल्सर बाइक (2025 मॉडल) उपलब्ध कराई गई हैं. यह बाइक न केवल मजबूत और तेज रफ्तार वाली हैं बल्कि इन पर लगे सायरन इन्हें मोबाइल पुलिसिंग यूनिट का रूप देते हैं.

इनमे गढ़वा थाना के टाइगर पुलिस को चार, वंशीधर नगर, मराल, रंका, मझिआंव, चिनिया, कांडी, रमना, भवनाथपुर, खरौंधी थाना में दो दो, बरडीहा, हरिहरपुर ओपी, विशुनपुरा, केतार, धुरकी, डंडा, रमकंडा और डंडइ थाना को एक एक बाइक उपलब्ध कराया गया है.

पुलिस की नई रणनीति

इन मोटरसाइकिलों को लेकर पुलिस का मानना है कि ग्रामीण और पहाड़ी इलाकों में अब अपराधियों के लिए छिपना मुश्किल होगा. समय पर पुलिस की पहुंच सुनिश्चित होगी और कानून व्यवस्था की मजबूती से जनता में विश्वास बढ़ेगा.

शहरों में पीसीआर वैन करी है गस्त


उल्लेखनीय है की गढ़वा जिले के शहरी क्षेत्रों में अभी चार पहिया वाहन और टाइगर मोबाइल के जरिये पुलिस दिन और रात में गस्त अभियान चलाती है. लेकिन अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी सायरन वाली बाइक से गस्त अभियान कर अपराध और नक्सल गतिविधियों पर अंकुश लगायेगी.

रमकंडा पुलिस ने शुरू की गस्त अभियान

इधर पुलिस विभाग की ओर से बाइक मिलने के बाद रमकंडा थाना की पुलिस ने गश्त अभियान शुरू कर दिया. रविवार की शाम पुलिस मुख्यालय के विभिन्न क्षेत्रों में गस्त अभियान चलाया. पहली बार बाइक से गस्ती करते देख ग्रामीण भी पुलिस विभाग के इस पहल की सराहना कर रहे हैं. अब ग्रामीणों की उम्मीद है की इससे अपराध पर अब अंकुश लगेगा.


















