गोबरदाहा, कुशवार होमिया तक सड़क निर्माण में गड़बड़ी से परेशान होकर चार गांवों के ग्रामीणों ने की बैठक
:ग्रामीणों ने कहा: 18-1 के मेटेरियल से संवेदक ने किया गार्डवाल व कलवर्ट का निर्माण
:कभी कभार जेई आते हैं, और चले जाते हैं. शिकायत करने पर बोलते हैं सब बढ़िया हो रहा है.
मुकेश तिवारी, रमकंडा
गढ़वा जिले के सुदूरवर्ती रमकंडा प्रखंड के बलिगढ़ पंचायत में मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत गोबरदाहा से कुशवार, तेतरडीह होते हुए होमिया तक कालीकरण सड़क बन रही है. करीब नौ करोड़ की लागत से बनने वाली इस सड़क निर्माण में संवेदक की ओर से बरती जा रही अनियमिता व मनमानी से परेशान होकर शनिवार को चार गांवों के लोगों ने कुशवार गांव में बैठक की. बैठक के दौरान ग्रामीणों ने कहा कि निर्माण कार्य में मिट्टियुक्त घटिया बालू मिलाकर 18-1 के सामग्री से कलवर्ट, गार्डवाल व पीसीसी का निर्माण किया जा रहा है. वहीं प्राक्कलन के विपरीत समतल जगहों पर पीसीसी सड़क की ढलाई की जा रही है. जबकि समतल जगहों पर कालीकरण सड़क बनाया जाना है. ग्रामीण ने कहा कि गड़बड़ी का विरोध करने पर संवेदक विष्णु सिंह ने ग्रामीणों से कहा कि कनीय अभियंता(जेई) कार्यपालक अभियंता(ईई)को 10 व सात प्रतिशत देकर सड़क निर्माण का टेंडर खरीदा गया है. जैसे चाहेंगे वैसे काम होगा. इसकी शिकायत करनेवालों को रमकंडा थाना प्रभारी से पिटाई कराने और जेल भेजने की धमकी दी जाती है. कहा कि ऐसे में अब संवेदक व जेई से शिकायत करने की बजाय ग्रामीण सामूहिक रूप से बैठक कर मामले को मीडिया के पास रखना उचित समझते हैं. बैठक के दौरान ग्रामीणों ने गांव के सडकाही नदी का पुल मुड़तंगवा नाला पर बनाये जाने की शिकायत की. वहीं गांव में कुछ चिन्हित लोगों को ही सरकारी योजनाओं का लाभ देने का आरोप लगाया. यद्धपि बैठक में शामिल बिसूत्री अध्यक्ष राजकिशोर यादव सहित झामुमो नेताओं ने ग्रामीणों को निर्माण कार्य में सुधार कराने के साथ ही सडकाही नदी पर पुल निर्माण का आश्वासन दिया. इधर दूसरी तरफ कलवर्ट निर्माण स्थल पर मिट्टियुक्त घटिया बालू से काम होने की बात मुंशी व राजमिस्त्री ने भी स्वीकार की.
ये थे उपस्थित: झामुमो के युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष संजय सिंह उर्फ छोटू, जिला सह सचिव संजय साव, नागेंद्र यादव, मुखिया विनोद प्रसाद, विरोध कर रहे ग्रामीण सह झामुमो कार्यकर्ता मोस्ताक मंसूरी, जयराम सिंह, मथन सिंह, श्रवण सिंह, दिनेश सिंह, इंद्रदेव सिंह, जगन सिंह, कुलदीप लोहरा, मारूफ मंसूरी, मनीर मंसूरी, इम्तियाज अंसारी, मंसूर मंसूरी, नंदा साव, धनुषधारी मिस्त्री, पचू नायक, दशरथ पासवान, कुलदीप लोहरा समेत सैकड़ो ग्रामीण मौजूद थे.
स्थानीय पत्रकारों को भी मारने की धमकी देता है संवेदक
बैठक के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 29 दिसंबर को गड़बड़ी व संवेदक की मनमानी से परेशान होकर ग्रामीणों की ओर से निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गयी. इससे सबंधित समाचार प्रकाशित होने के बाद संवेदक बिष्णु सिंह व उसके सहयोगियों की ओर से स्थानीय पत्रकारों को भी धमकाने, डराने व मारने पीटने की बात गांव में कही जाती है. कहा कि संवेदक की इतनी दबंगई है कि गड़बड़ी का विरोध करनेवालों को फर्जी मुकदमा कराकर जेल भेजने की धमकी दी जाती है. कहा कि 29 दिसंबर को काम रोके जाने के बाद पिछले शनिवार को आयोजित बैठक में संवेदक की ओर से अनियमितता में सुधार का आश्वाशन दिया गया. लेकिन दो दिन बाद ग्रामीणों को धमकाते हुये मनमाने ढंग से काम करने की बात कहकर गड़बड़ी में सुधार नही किया गया.
जेई आते हैं, और चले जाते हैं. शिकायत किससे करें
बैठक के दौरान ग्रामीणों ने कहा कि निर्माण कार्य में घटिया बालू व प्राक्कलन के विपरीत काम होने के मामलों में कनीय अभियंता प्रेमतोष कुमार से शिकायत की गयी. लेकिन कभी कभार निर्माण स्थल पर पहुंचने वाले जेई के कुशवार गांव पहुंचने पर संवेदक की ओर से देशी मुर्गा दे दिया जाता है. इसके बाद सब काम बढ़िया होने की बात कहते हुये कनीय अभियंता वापस चले जाते हैं. ऐसे में निर्माण कार्य के विषय में शिकायत किससे की जाय. बताया कि यहां के गरीब मजदूरों को भाजपा पार्टी का बताकर उन्हें काम से निकाल दिया गया.
24 घंटा डंप हो रहा है बालू, लेकिन लोगों को नही मिल रहा
बैठक के दौरान ग्रामीणों ने कहा कि कुशवार सहित विभिन्न गांवों में बालू माफिया दिन में बेख़ौफ़ रूप से बालू डंप कर रहे हैं. लेकिन इस ओर कार्रवाई नही हो रही है. वहीं स्थानीय लोगों के बालू के विषय पर अक्सर कार्रवाई होती रही है. ग्रामीणों ने कहा कि गोदरमाना के कनहर नदी, बलिगढ़ के तेतरडीह, गोबरदाहा, पपरा सहित भंडरिया के जोन्हीखांड, सपही, व कुरुन गांव के पास पलामू के कोयल नदी से 24 घंटा बालू की ढुलाई हो रही है. वहीं बालू माफिया इसे गांवों में डंप कर रहे हैं. कहा कि पहले 700 रुपये प्रति ट्रैक्टर लोगों को आसानी से बालू मिल जाता था. लेकिन अब बालू माफिया बड़ी मुश्किल से इसे 2500 रुपये प्रति ट्रैक्टर गांवों में बेंच रहे हैं. लेकिन इस पर कार्रवाई नही हो रही है.
ग्रामीणों का आरोप गलत, एक सप्ताह में गड़बड़ी में सुधार होगा: कनीय अभियंता
इस संबंध में पूछे जाने पर कनीय अभियंता प्रेमतोष कुमार ने कहा कि मुर्गा वाला ग्रामीणों का आरोप गलत और बेबुनियाद है. निर्माण कार्य में हो रही गड़बड़ियों में एक सप्ताह में सुधार होगा. कहा कि शिकायत करने के लिये ग्रामीणों को मोबाइल नंबर तक दिया गया है. लेकिन एक दर्जन निर्माण कार्य हो रहा है. एक निर्माण स्थल में 24 घंटे रहना संभव नही है.
ग्रामीण झूठ बोल रहे हैं, कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं: विष्णु सिंह
इस संबंध में पूछे जाने पर संवेदक विष्णु सिंह ने कहा कि ग्रामीण झूठ बोल रहे हैं. इस तरह की बात उन्होंने नही कहा है. कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं. वहीं सड़क निर्माण में गुणवत्तापूर्ण काम किया जा रहा है.
