गढ़वा: तस्करों के चंगुल से नाबालिग को रमकंडा पुलिस ने बचाया, गिरोह की महिला गिरफ्तार
बेचने के लिए नाबालिग को मध्यप्रदेश ले जाया गया, गुमशुदगी की रिपोर्ट पर पुलिस ने खोज निकाला
रमकंडा: रमकंडा पुलिस ने पलामू जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र की एक नाबालिग युवती को तस्करों के चंगुल से बचा लिया. वहीँ परिजनों को सौंप दिया. उक्त युवती को मध्य प्रदेश में बेचे जाने के लिए गिरोह के सदस्यों की ओर से ले जाया गया था. लेकिन गुप्त सुचना के आधार पर पुलिस ने उसे बचा लिया. वहीं युवती को बरामद कर लिया. इधर इस मामले में पुलिस ने आरोपी महिला डंडई थाना क्षेत्र के रारो गांव निवासी बसंती देवी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. वहीँ दो अन्य आरोपियों की गिरफ़्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.

जानकारी के अनुसार चैनपुर थाना क्षेत्र की उक्त नाबालिग अपने नानी के घर रमकंडा के उदयपुर गांव आई थी. पिछले दिनों नाबालिग को उसका प्रेमी मेदिनीनगर बुलाया. वहीँ स्टेशन पर उसे छोड़कर फरार हो गया. इसी दौरान वह मानव तस्करी गिरोह के चंगुल में फंस गयी. वहीँ गिरोह के सदस्यों ने उसे अपने साथ बहला फुसलाकर उसे गढ़वा ले गये. फिर ट्रेन के जरिये उसे बेचने के लिए मध्यप्रदेश ले गए. जहां उसे बेचने की तैयारी थी. इसी बिच गुप्त सुचना पर रमकंडा पुलिस ने लड़की को बरामद कर लिया. वहीँ इस मामले का आरोपी महिला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.
गुमशुदगी की रिपोर्ट पर पुलिस ने गिरोह का किया भंडाफोड़
रमकंडा पुलिस ने बताया की पिछले दिनों नाबालिग के परिजनों की ओर से रमकंडा थाना में उसके गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी गयी थी. जिसके बाद पुलिस इस मामले का उद्भेदन करने में जुट गयी. बताया की इसी गुमशुदगी के मामले का अनुसंधान में पुलिस को पता चला की लड़की व उसके प्रेमी के बिच फोन से बातचीत के बाद प्रेमी ने उसे मेदिनीनगर बुलाया था. जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में गुप्त सुचना पर इस कांड का उद्भेदन कर दिया.
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