भंडरिया: प्रखंड के नौका गांव स्थित परभन देव स्थान पर हर्षोल्लास के साथ प्रकृति का पर्व सरहुल मनाया गया. इस दौरान नौका गांव स्थित डाड़ी कुआं से बाजे गाजे के साथ सैकड़ो की संख्या में महिला पुरुष एवं बच्चे जल लेकर परभन देवस्थान पहुंच साल वृक्ष का पूजा अर्चना किया. पूजा के उपरांत आयोजन समिति के लोगों के द्वारा पूजा में उपस्थित विभिन्न गांव बिंदा नगनाहां, परो, कंजिया, सरईडीह, मरदा, रामर, गांव के बैगा पाहन देवार को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में विभिन्न गांव से पहुंचे पारंपरिक वेशभूषा में उपस्थित होकर महिला एवं पुरुष ने गीत नृत्य प्रस्तुत किया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक आलोक चौरसिया व भाजपा के प्रदेश महामंत्री मनोज सिंह उपस्थित थे. उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताया कि परंपरा के अनुसार यह पर्व पृथ्वी और सूर्य के बीच विवाह का भी प्रतीक है. यह आदिवासी द्वारा मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्यौहार में आता है, जो हिंदू महीने चैत्र में अमावस्या के तीन दिन बाद मनाया जाता है. आदिवासी समुदाय प्रकृति से जुड़े लोग हैं. आज प्रकृति है तो हमें शुद्ध हवा जल मिल रहा है. कार्यक्रम का संचालन सेवा निर्मित शिक्षक कुंवर सिंह के द्वारा किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता भंडरिया सदर पंचायत के मुखिया विनय सिंह, उपाध्यक्ष बिरजू सिंह, संरक्षक ठाकुर प्रसाद महतो, शिक्षक ब्रह्मदेव सिंह, गंगा सिंह, मंटू सिंह, वीरेंद्र सिंह, धनपत सिंह समेत विभिन्न गांव के बैगा पाहन थे. कार्यक्रम में उपस्थित कार्यक्रम स्थल पर आयोजन समिति के द्वारा दो दिवसीय मेले का भी आयोजन किया गया है. वही सरहुल पर्व के उपलक्ष में आज 12 अप्रैल को आयोजन समिति के द्वारा बाहरी कलाकारों के द्वारा चीता दुगोला का कार्यक्रम भी किया गया है. आयोजन जिसके मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ राज्य के बलरामपुर विधानसभा के पूर्व विधायक बृहस्पति सिंह शामिल होंगे.
