रंका-रमकंडा सड़क निर्माण में तेहाड़ा टोला के ग्रामीण कर रहे थे विरोध
गढ़वा: जिले के रंका-रमकंडा सड़क चौड़ीकरण निर्माण कार्य में रमकंडा के तेहाड़ा टोले में गार्डवाल निर्माण स्थल पर पहुंचे कार्यपालक अभियंता प्रदीप कुमार को ग्रामीणों का विरोध झेलना पड़ा. लेकिन ग्रामीणों की समस्या सुनने की बजाय, कार्यपालक अभियंता प्रदीप कुमार पर ग्रामीणों को ही धमकाने का आरोप है. ऐसे में धमकी के भय से ग्रामीण शांत हो गये. जानकारी के अनुसार करीब 65 करोड़ की लागत से बनने वाले इस पथ निर्माण कार्य में रमकंडा के तेहाड़ा टोले में सड़क किनारे गार्डवाल निर्माण के लिये गड्ढा खोदा गया है. जिसका विरोध स्थानीय ग्रामीणों ने किया है. इसमें आरसीसी का काम भी कर दिया गया. शनिवार को इसी निर्माण स्थल पर कार्यपालक अभियंता श्री कुमार पहुंचे. इस दौरान टोले के दर्जनों ग्रामीणों ने रैयती जमीन में गार्डवाल निर्माण कराये जाने को लेकर विरोध करने लगे. लेकिन कार्यपालक अभियंता ने ग्रामीणों को ही पुलिस बल बुलाने की धमकी देते हुये उनपर विरोध नही करने का दबाव बनाया. ग्रामीण संजय भुइयां, सुनीला देवी, कोशिला देवी, सुरजी देवी, मानती देवी, बुधनी कुंवर, सोनी देवी सहित अन्य लोगों ने बताया कि सड़क निर्माण एजेंसी ने सड़क निर्माण की जमीन की मापी किये बगैर उनकी रैयती जमीन पर जबरजस्ती गार्डवाल निर्माण की शुरुआत की है. विरोध करने पर उल्टा सीधा बात बोलकर उन्हें डराया जा रहा है. ग्रामीणों ने कहा कि अपनी रैयती जमीन की मापी को लेकर अंचल कार्यालय में आवेदन दिया है. मापी होने के बाद सड़क की जमीन और उनलोगों की अपनी रैयती जमीन स्पष्ट रूप से पता चल जायेगा. ग्रामीणों ने बताया कि कार्यपालक अभियंता को जमीन मापी कराने के बाद गार्डवाल निर्माण की बात कही जा रही थी. लेकिन उल्टा ग्रामीणों पर भी भड़क गये. कहा कि कम पढ़ा लिखा और गरीब समझकर कार्यपालक अभियंता उनपर रौब झाड़ रहे हैं. आरोप लगाया कि धमकाते हुए कार्यपालक अभियंता ने ग्रामीणों को बगैर मापी कराये ही जबजस्ती गार्डवाल निर्माण कार्य कराने की बात कही. ग्रामीणों ने कहा कि बगैर मापी के गार्डवाल निर्माण नही होने दिया जायेगा.
काला बालू से गार्डवाल का हो रहा आरसीसी
बताया गया कि उक्त सड़क निर्माण में तेहाड़ा टोले में निर्माण कार्य को लेकर कम गुणवत्ता वाली काला बालू गिराया गया है. शनिवार को उक्त बालू को कार्यपालक अभियंता ने भी निरीक्षण किया. लेकिन बालू के विषय पर चुप रहे. वहीं इसी घटिया बालू से गार्डवाल में आरसीसी कर दिया गया. ग्रामीणों ने बताया कि इस निर्माण में गार्डवाल और पुलिया निर्माण में घटिया किस्म का बालू गिराया गया है. वहीं इसी घटिया बालू से निर्माण कार्य हो रहा है. लेकिन कार्यपालक अभियंता को यह सब दिखाई नही दे रहा है. बल्कि विरोध करने वाले ग्रामीणों पर ही रौब झाड़ते हुये धमकी दी जा रही है.
विरोध की तस्वीर खींचने पर कार्यपालक अभियंता भड़के
शनिवार को ग्रामीणों की ओर से गार्डवाल निर्माण में विरोध की तस्वीर खींचते पत्रकार को देखते ही कार्यपालक अभियंता प्रदीप कुमार भड़क गये. वहीं ग्रामीणों के बाद पत्रकार पर भी रौब झाड़ना शुरू कर दिया. परिचय देने के बाद भी कार्यपालक अभियंता ने स्थानीय पत्रकार के मोबाइल से खींची गयी तस्वीर को डिलीट करने का दबाव बनाया. वहीं मोबाइल छीनकर विरोध की तस्वीर डिलीट कर दिया.
विरोध करने से कुछ नही होगा, गार्डवाल वहीं बनेगा: कार्यपालक अभियंता
इस संबंध में पूछे जाने पर कार्यपालक अभियंता प्रदीप कुमार ने कहा कि ग्रामीणों का विरोध गलत है. गार्डवाल वहीं बनेगा. अगर रैयती जमीन में गार्डवाल बन रहा होगा. तो उन्हें मुआवजा दिया जायेगा. कहा कि धमकाने का आरोप गलत है.
