ग्रामीणों का जज़्बा: सरकारी उपेक्षा के बीच श्रमदान से तीन किलोमीटर सड़क की कर दी मरम्मत
रमकंडा: प्रखंड के बिराजपुर पंचायत अंतर्गत बैरिया पंडरापानी गांव के ग्रामीणों ने अपनी मेहनत और आपसी सहयोग से शुक्रवार को तीन किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कर मिसाल पेश की।
ग्रामीणों ने बताया कि यह तीसरी बार है जब वे बिना सरकारी मदद के चंदा और श्रमदान के बल पर सड़क को दुरुस्त कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पक्की सड़क के लिए कई बार संबंधित विभागों और अधिकारियों जनप्रतिनिधियों को आवेदन दिया गया,
लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। बरसात के मौसम में यह सड़क पूरी तरह कीचड़ में तब्दील हो जाती है, जिससे लोगों का चलना-फिरना मुश्किल हो जाता है। स्कूल जाने वाले बच्चे, बुजुर्ग और मरीज सबसे ज्यादा परेशान होते हैं।
कई लोग सड़क की दुर्दशा के कारण गिरकर घायल भी हो चुके हैं।थक-हारकर ग्रामीणों ने खुद ही सड़क मरम्मत का जिम्मा उठाया।
ग्रामीण समीर मिंज, अमरदीप तिग्गा, मंजूसा कच्छप, जीवन प्रकाश मिंज, पुपेन मिंज, शांति डोडराय, श्रेया गिद्दी, राहिल गिद्दी, आराध्य मिंज, खुश्बू मिंज, विंध्याचल मिंज, ममता मिंज और युगल मिंज समेत दर्जनों लोग श्रमदान में शामिल हुए।
सभी ने एकजुट होकर सड़क को फिर से चलने लायक बना दिया। ग्रामीणों ने कहा कि यह सड़क गांव को प्रखंड मुख्यालय से जोड़ती है और उनके जीवन की धुरी है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि जल्द से जल्द सड़क का पक्कीकरण किया जाए, ताकि उन्हें बार-बार श्रमदान का सहारा न लेना पड़े।
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